बुधवार, 30 अप्रैल 2025

भविष्य-दर्शन

 भविष्य-दर्शन 


फरिश्ते बुरी तरह बदहवास थे 
वे पिछड़ गए थे -विनाशकारी संदेश की 
एक ही किताब और एक ही निर्देश को 
पढ़ते-दुहराते-याद करते हुए 
बुरी तरह पक गए थे 
दौड़ते-दौड़ते, झुके-झुके थक गए थे 

लोगों को  सुधारने के लिए 
सिर्फ एक ही धमकी थी  उनके पास 
अब भी  सुधर जाओ 
अन्यथा विनाश करा दूँगा 

फरिश्ते आपस में बहस कर रहे थे 
मनुष्यों  को आपस में लड़ाने की अपनी योजना पर 
बहुत ईमानदारी से काम कर रहे थे 

एकत्रित फरिश्ते कूटनीतिक अधिक थे 
दिल के साफ कम 
सारे फरिश्ते बलि प्रथा के जमाने के थे 
आदि काल से शेरों और मगरमत्स्यों के द्वारा 
मारे गए घासाहारी जानवरों की 
जीवन-उर्जा चुरा कर पलते  रहे थे

लेकिन इंसानों ने जब मार डाले शेर 
अनियंत्रित और असुरक्षित जंगल खत्म हो गए 
दूर-दूर तक फैल गए रेगिस्तान 
तो उन सबने इंसानों को ही शिकारी बनाकर 
निर्बाध जीवन-ऊर्जा की आपूर्तिकर्ता बनाने की सोची  
एक बधिक समुदाय बनाने की योजना पर भी काम किया 

सिर्फ यहीं तक सपने में फरिश्ते नें मुझे बताया ही था 
कि कहीं युद्ध शुरू हो जाने और 
कहीं दंगे भड़क जाने की खबर आयी 
फिर फरिश्तों ने आपस में बात की 
अलग-अलग दिशाओं में 
मारे गए लोगों की जीवन-ऊर्जा लूटने भागे....

यह कोई काल्पनिक और मनगढ़ंत सपना नहीं है 
जिस किसी को इसके सच होने पर संदेह हो 
झूठ पकड़ने वालीं मशीन पर 
मेरे मस्तिष्क की वैज्ञानिक जांच करवा ले. 

@रामप्रकाश कुशवाहा 
13/04/2025