शनिवार, 2 फ़रवरी 2019

पत्रकारिता का वर्तमान परिदृश्य : भूमिका एवं चुनौतियां

भारत मे पत्रकारिता का विकास ब्रिटिश भारत में हुआ था  । इसीलिए उसका स्वरूप प्रारम्भ से ही राष्ट्रवादी रहा है ।  उसके पास एक उद्देश्य था । आधुनिक सभ्यता की चुनौतियों का सामना करने की चिन्ता थी ।
     आजादी के बाद पत्रकारिता को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की मान्यता देकर पत्रकारिता से सजग पहरेदारी की अपेक्षा की गयी थी ।