हत्यारे और आग
हत्यारे नींद मे हैं
हत्यारों को नींद में हत्या करने की बीमारी है
हत्यारों के पास हत्या करने के सपने हैं
हत्यारों के पास हत्या करने की विचारधारा है
हत्यारों के पास हत्या करने को कर्तव्य बताने वाले धर्म हैं
हत्यारों के पास हत्या करने के गीत है
हत्यारों के पास हत्या करने के साहित्य और संगीत है
हत्यारों के पास हत्या करने का आवेश और उन्माद है
हत्यारों के पास हत्या करने के हथियार हैं
अधिकार हैं
हत्यारे आग की तरह होते हैं
हत्यारों पर आग के सारे नियम लागू होते हैं
जिस दिशा की ओर बह रही होती है हवा
उसी दिशा की ओर भागती हैं आग की लपटें
और हत्यारों का समूह
हत्यारों और आग की दिशा में न जाएँ
उनके विपरीत दिशा में जाएँ
जो जल चुके हैं उनसे अलग
जो अभी नहीं जले हैं लेकिन जल सकते हैं कभी भी
उन्हें बचाना सीखें
हत्यारों और आग को ईधन न दें
उन्हे भूखा रखकर
उन्हें अपनी ही आग में जल-बुझने दें
यदि फिर भी नहीं बुझती है जंगल की आग
जागते नहीं हत्यारे
किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लेकर
बारिश के मौसम
और हत्यारों की नींद के टूटने तथा
उनके होश मे आने का इन्तजार करें ।
रामप्रकाश कुशवाहा
29/02/2020